तीन साल के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी मे छात्र संघ का चुनाव

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तीन साल के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी मे 22 सितंबर को चुनाव होने जा रहे हैं। जिसको लेकर एक तरफ महागठबंधन है तो दूसरी तरफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) है। दोनों हीं संगठन पूरी दमखम से चुनाव प्रचार मे जुट गयी है। कल यानी नामांकन के लिए आखिरी दिन है। जिसको लेकर आज ABVP ने साउथ कैम्पस मे छात्र गर्जना कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन मे ABVP से संभावित प्रत्याशियों ने शक्ति प्रदर्शन किय।।किसी भी राजीनीति की शुरुआत छात्र राजनीती से ही होती है। यहीं से छात्र नेता आगे चलकर बड़े बड़े ओहदे पर पहुंचकर अपनी राजनीती करते हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी का चुनाव अपने आप मे बहुत महत्व माना जाता है। जिसके लिए सभी राजनितिक पार्टियां पूरा दमखम लगाती है। एक तरफ BJP समर्थित ABVP है तो दूसरी तरफ सभी विपक्षी पार्टियों का नया बना गठबंधन I N D I A है. ये चुनाव इसलिए भी औऱ महत्वपूर्ण इसलिए हो जाता है कि एक तरफ केन्द्र मे BJP है औऱ दूसरी तरफ I N D I A गठबंधन है औऱ गठबंधन बनने के बाद ये पहला चुनाव है। इसलिए दोनों संगठन पूरी ताकत लगा दी है इस चुनाव को जितने के लिए।आज इसी क्रम मे साउथ कैम्पस मे ABVP के संभावित प्रत्याशियों ने शक्ति प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन मे जमकर नियमों कि धज्जियां उड़ी। प्रत्याशियों के समर्थक गाड़ियों पर नं प्लेट को ढक दिया था तो हाथो मे पोस्टर लेकर खिड़की के बाहर तो गाड़ियों के छत पर तो कोई बोनट पर बैठकर गाड़ी चलते हुए प्रचार कर रहे थे। इतना हीं नहीं तेज आवाज मे हुटर बजाते हुए भी ये सड़कों पर गाड़ियां दौरा रहे थे जिससे साउथ कैम्पस कि सड़क जाम हो गया था। एक दो नहीं बल्कि दर्जनों गाड़ियां ऐसे हीं सड़कों पर दौड़ रही थी। अब इन सभी संभावित उम्मीद्वारों मे से चार प्रत्याशियों को अलग अलग पोस्ट के लिए ABVP के अधिकारी चुनेंगे जो कल अपना नामांकन करेंगे। पूरा साउथ कैम्पस का इलाका बैनर पोस्टर से भरा परा हुआ है, जबकि अभी चुनाव अपने रंग मे नहीं आया है। असली रंग तो कल के बाद जब नामांकन हो जायेगा औऱ दो दिनों के बाद नामांकन वापस लेने का दिन खत्म हो जायेगा तब चुनाव प्रचार असली रंग मे आयेगा। तब देखना होगा कि उस समय क्या हालात होती है. बहरहाल दोनों संगठन छात्रों के मुद्दे को लेकर चुनाव मे उतरने कि बात कर रहे हैं।

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